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खटोला यहीं बिछेगा ….s … खटोला यहीं बिछेगा….एक ब्यंग

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प्रिय पाठकों यह कविता केवल हंसने हँसाने के लिए है . इसको अन्यथा न लें ,
अगर किसी के भावनाओं को ठेस पहुचती हो तो मैं उसके लिए क्षमां प्रार्थी हूँ !

बसों सिनेमा हॉल में लगी धुम्रपान पर रोक !

ठर्रा पीकर बैठिये नहीं रोक और टोक !!

वहां पर उलटी कीजै ……………s……………..वहां पर उलटी कीजै

जीवन की आपाधापी में सभी हो गए ब्यस्त !

अन्ना तुम अनशन करो हम सभी हैं मस्त !!

फिर देश कैसे बचेगा ……………s…………….फिर देश कैसे बचेगा

धोखे में श्रीराम ने दिया बाली को मार !

जो होती पुलिस वहां झट करती गिरफ्तार !!

जमानत फिर नहीं होती ……………s………..जमानत फिर नहीं होती

अध्यापक और प्रधान में हो गयी तकरार !

एस० डी० आई० आ गए हिस्सा लेने बाँट !!

पढाई फिर नहीं होगी ………… s ……………..पढाई फिर नहीं होगी

दक्षिणा में गुरु द्रोण ने लिया अंगूठा मांग !

गलती की गुरु द्रोण ने लेते दोनों टांग!!

साथ में चप्पल मिलती …………s………….साथ में चप्पल मिलती

सास बहु भीड़ गयीं लड़ते बीती रात !

बढ़ते बढ़ते बढ़ गयी रही जरा सी बात !!

खटोला यहीं बिछेगा …………s …………… खटोला यहीं बिछेगा

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